• Published : 18 Jun, 2023
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एक जंगल के राजा, एक गर्वशील और शक्तिशाली शेर, नामकरण का गर्व करता था। उसका नाम वीर था। वह शेरों का राजा होने के नाते अपने प्रजापाल की देखभाल करता था और अपनी जगह की रक्षा करता था।

 

एक दिन, जंगल में एक रहस्यमय शक्ति बरसी जिसने राजा वीर को अपनी महत्वपूर्ण शक्तियों से वंचित कर दिया। इस अकारण, वीर अचानक निर्बल और आशंकित हो गया। वह अपनी शक्ति को खो देने का अभिशाप जलाने के लिए दिन-रात चिंता में डूब गया।

 

जंगल के अन्य पशुओं ने वीर को उदास और बेबस होते देखा और उन्होंने उसे सहायता करने का निर्णय लिया। एक बड़ा हाथी, एक बुद्धिमान बंदर और एक साहसी बाघ, सभी मिलकर वीर के पास गए और उसे उत्तेजित करने का प्रयास किया।

 

बाघ ने वीर के पास आकर कहा, "हे वीर, तुम्हारी शक्ति तुम्हारे अंदर है, वह तुम्हारी याददाश्त से खेल रही है। यदि तुम अपने आप पर विश्वास रखोगे और अपनी सामर्थ्य को जागृत करोगे, तो तुम फिर से असाध्य भी संभव कर सकते हो।"

 

धीरे-धीरे, वीर ने बाघ की बातों को माना और अपनी आत्मा के गहरे संवेदनशीलता को पुनः जगाने के लिए कुछ समय व्यतीत किया। उसने आत्म-विश्वास और संकल्प के साथ अपनी प्राकृतिक शक्ति को फिर से प्राप्त किया।

 

अंततः, एक महाकाव्यी संग्रहीत हो गया जो वीर की वापसी को चित्रित करता है। वह अपनी शक्ति को पुनः प्राप्त करता है और अपने राज्य को संपन्नता, सुरक्षा और खुशहाली से भर देता है।

 

"वीर शेर और खोयी हुई शक्ति" कहानी हमें यह शिक्षा देती है कि हमारी सामर्थ्य का विश्वास हमारी सबसे महत्वपूर्ण संपत्ति है। यदि हम संकट के समय में भी आत्म-विश्वास और सहयोग की तलाश में निरंतर रहें, तो हम किसी भी मुश्किल से प्रभावी ढंग से निपट सकते हैं।

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Satyam Sharma

Member Since: 13 Jun, 2023

Introduction: My name is Satyam Sharma, and I am currently pursuing my Bachelor's in Commerce (B.Com) in the first year. I completed my 11th and 12th grades in the commerce stream, which laid the foundation for my current academic pursuits. Educa...

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